Чанакья нити 17.1

यदि कोई भी व्यक्ति केवल किताबों से पढ़कर बिद्या लेता है किसी गुरु के सानिध्य में रहकर विद्या प्राप्त नहीं करता|

ऐसे व्यक्ति का भरी सभा में उसी प्रकार अनादर होता है जैसे की गेर व्यक्ति के द्वारा गर्भवती महिला का होता है| अर्थार्थ एक योग्य गुरु के सानिध्य में ही हमेशा शिक्षा लेनी चाहिए|

Если человек учится, только читая книги, он не получает (истинного) знания, (которое обретается) находясь в обществе гуру.

Такого человека не уважают в большом собрании так же, как забеременевшую от незнакомца женщину (не от мужа). Это означает, что образование всегда должно проходить в компании соответствующего учителя.

Чанакья нити 17.1
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