प्रभूतं कार्यमल्पं वा यन्नरः कर्तुमिच्छति ।
सर्वारम्भेण तत्कार्यं सिंहादेकं प्रचक्षते ॥
शेर से यह बढ़िया बात सीखिए की आप जो भी करना चाहते है एकदिली से और जबरदस्त प्रयास से कीजिये .
У льва научитесь этой замечательной вещи: что бы вы ни хотели сделать, делайте это от всего сердца и с огромным усилием.
Чанакья Нити 6.16