तुष्यन्ति भोजने विप्रा मयूरा घनगर्जिते ।
साधवः परसम्पत्तौ खलाः परविपत्तिषु ॥
ब्राह्मण अच्छे भोजन से तृप्त होते है. मोर मेघ गर्जना से. साधू दुसरो की सम्पन्नता देखकर और दुष्ट दुसरो की विपदा देखकर.
Брахманы довольны хорошей едой. Павлин танцует от грома. Мудрый радуется процветанию других, а слабый видя бедствие других.
Чанакья Нити 7.9