दीपो भक्षयते ध्वान्तं कज्जलं च प्रसूयते ।
यदन्नं भक्षयते नित्यं जायते तादृशी प्रजा ॥
दीपक अँधेरे का भक्षण करता है इसीलिए काला धुआ बनाता है. इसी प्रकार हम जिस प्रकार का अन्न खाते है. माने सात्विक, राजसिक, तामसिक उसी प्रकार के विचार उत्पन्न करते है.
Лампа поглощает тьму, поэтому появляется нагар (каджал). Точно так же и то, что мы едим. Пища (сатвичная, раджасичная, тамасичная) порождает мысли в соответствии.
Чанакья Нити 8.3